राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में जैसे-जैसे मतदान की तारीख नजदीक आ रही है, राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई है। 70 सदस्यीय विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार जोरों पर है।
भारतीय जनता पार्टी, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के प्रमुख नेता रोड शो, जनसभाएं और घर घर जाकर अपने उम्मीदवारों के पक्ष में प्रचार कर रहे हैं।
चुनाव प्रचार के दौरान आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच राष्ट्रीय राजधानी में यमुना जल के मुद्दे पर बहस तीखी हो गई है। आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया था कि दिल्ली आने वाले यमुना के जल में हरियाणा सरकार जहर घोल रही है।
इस आलोचना को लेकर भाजपा ने दिल्ली में सत्ताधारी आम आदमी पार्टी पर जवाबी हमला किया है। भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने मीडिया को बताया कि स्वयं दिल्ली जल बोर्ड ने इस आरोप का खंडन किया है। इससे पता चलता है कि आम आदमी पार्टी पडोसी राज्य सरकार के खिलाफ निराधार आरोप लगा रही है।
कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने भी इस मुद्दे पर आप के संयोजक अरविन्द केजरीवाल पर कटाक्ष किया है। उन्होंने कहा कि श्री केजरीवाल को यह स्पष्ट करना चाहिए कि पानी में किस तरह का जहर घोला गया।
इस बीच, आम आदमी पार्टी की वरिष्ठ नेता और दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने यमुना में अमोनिया के स्तर के मुद्दे पर मुख्य निर्वाचन आयुक्त को पत्र लिखा है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली जल बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी की टिप्पणी से यह स्पष्ट हो गया है कि बोर्ड के जल उपचार संयंत्रों का डिजाइन अमोनिया के केवल एक हिस्से प्रति मिलियन पीपीएम स्तर तक उपचार के लिए तैयार किया गया है।
उन्होंने कहा कि उनकी टिप्पणी इस तथ्य की ओर भी इशारा करती है कि हरियाणा से दिल्ली आने वाले पानी में अमोनिया का स्तर लगातार बढ़ रहा है क्योंकि हरियाणा से अनुपचारित सीवेज या औद्योगिक अपशिष्ट यमुना जल में मिलने के कारण पिछले दो दिनों में इसका स्तर सात पीपीएम पर पहुंच गया है।