दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने आज कहा कि सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम-एमएसएमई देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं। उन्होंने कहा कि यदि उपयुक्त नीतियाँ, वैश्विक साझेदारियाँ और नवाचार को बढ़ावा मिले, तो देश के निर्यात में एमएसएमई का योगदान 40 प्रतिशत से बढकर 70 प्रतिशत तक पहुँच सकता है।
उन्होंने यह बात आज एमएसएमई ग्लोबल समिट 2025 में अपने संबोधन के दौरान कही। इस दौरान श्री गुप्ता ने “लोकल टू ग्लोबल” के आह्वान का उल्लेख करते हुए कहा कि यह सिर्फ एक नारा नहीं, बल्कि भारत की आर्थिक क्रांति का घोषणापत्र है।