मोबाइल ऐप्प
डाउनलोड करें

android apple
signal

दिसम्बर 31, 2024 1:52 अपराह्न

printer

दिल्‍ली में विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा, आप और कांग्रेस के बीच राजनीतिक खींचतान तेज

 
 
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा आम आदमी पार्टी (आप) को निशाना बनाते हुए पोस्‍टर लगाए जाने के कारण विधानसभा चुनाव से पहले दिल्‍ली में राजनीतिक खींचतान तेज हो गई है। शहर में आम आदमी पार्टी पर भ्रष्‍टाचार और कुशासन का आरोप लगाते हुए दिल्‍ली-भाजपा कार्यालय के बाहर पोस्‍टर लगाए गए हैं। भाजपा ने वायु प्रदूषण, कथित खराब स्‍वास्‍थ्‍य सुविधाएं, जल की समस्‍या और अन्‍य मुद्दों पर दिल्‍ली की सत्‍तारूढ़ पार्टी की निंदा की है। इस बीच, राजनीतिक अभियानों में भागीदारी करने वाले बच्‍चों से संबंधित आम आदमी पार्टी के संचालक अरविंद केजरीवाल और मुख्‍यमंत्री आतिशी की एक पोस्‍ट को राष्‍ट्रीय मानवाधिकार आयोग द्वारा सोशल मीडिया मंच एक्‍स से हटाए जाने का निर्देश दिया गया। इसके बाद भाजपा के प्रवक्‍ता गौरव भाटिया ने आम आदमी पार्टी की कड़ी आलोचना की। चुनाव आयोग को लिखे एक पत्र में राष्‍ट्रीय मानवाधिकार आयोग के सदस्‍य प्रियांक कानूनगो ने राजनीतिक प्रचारों में बच्‍चों को शामिल किए जाने पर चिंता व्‍यक्‍त की। उन्‍होंने कहा कि इस प्रकार की गतिविधियां चुनाव के दिशा-निर्देशों का उल्‍लंघन है। नई दिल्‍ली में मीडिया से बातचीत में गौरव भाटिया ने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी के नेता अपनी राजनीति के लिए बच्‍चों का इस्‍तेमाल कर रहे हैं। 
 
भाजपा नेता ने आज शुरू की जाने वाली पुजारियों और ग्रंथियों की योजना संबंधी आम आदमी पार्टी की घोषणा पर भी प्रश्‍न उठाए। वहीं, चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी की सरकार एक के बाद एक घोषणा कर रही है।  आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने भाजपा को पुजारियों और ग्रंथियों के विरोधी होने का आरोपी बताया। उन्‍होंने आरोप लगाया कि भाजपा केवल दिल्‍ली सरकार द्वारा घोषित कल्‍याणकारी योजनाओं का विरोध करती है। इससे पहले भाजपा ने महिला सम्‍मान योजना, बसों में महिलाओं की नि:शुल्‍क यात्रा, लोगों को मुफ्त बिजली और पानी दिए जाने पर भी प्रश्‍न उठाए थे।
 
दिल्‍ली में आम आदमी पार्टी के शासन पर कांग्रेस भी लगातार उंगली उठा रही है। नई दिल्‍ली में मीडिया से बातचीत में पार्टी के वरिष्‍ठ नेता संदीप दीक्षित ने यमुना नदी को साफ करने के आम आदमी पार्टी के वायदे की निंदा की। उन्‍होंने मांग की कि शहर की सरकार की योजनाओं पर भारत के महालेखापरीक्षक की रिपोर्ट दिल्‍ली विधानसभा में पेश की जानी चाहिए। श्री दीक्षित ने आरोप लगाया कि श्री केजरीवाल ने दिल्‍ली के लोगों के लिए कोई ठोस काम नहीं किया है।