रोहिणी के भाजपा विधायक विजेंद्र गुप्ता ने उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना को पत्र लिखकर दिल्ली में प्रदूषण संकट पर चिंता व्यक्त कर हस्तक्षेप की मांग की है। अपने पत्र में श्री गुप्ता ने आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार इस समस्या पर कोई प्रभावी समाधान प्रस्तावित करने या लागू करने में विफल रही है। इसके अलावा, श्री गुप्ता ने एक आरटीआई का जिक्र करते हुए लिखा है कि दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति-डीपीसीसी में पिछले महीने तक नियमित कर्मचारी की संख्या 111 से घटकर 107 हो गई हैं और संविदा कर्मचारी की संख्या 122 से 87 रह गई थी, जो पिछले वर्ष के कर्मचारियों की तुलना में काफी कम है। रोहिणी विधायक ने उपराज्यपाल सक्सेना से तत्काल कदम उठाने का अनुरोध करते हुए डीपीसीसी में प्रदूषण से निपटने के लिए पर्याप्त कर्मचारी और समुचित उपकरण सुनिश्चित करने पर ज़ोर दिया है। उन्होंने कहा कि बिगड़ती वायु गुणवत्ता के कारण दिल्ली के नागरिकों का स्वास्थ्य बहुत बुरी तरह प्रभावित है, जिससे उनकी जीवन की गुणवत्ता लगातार खराब होती जा रही है।