सर्वोच्च न्यायालय ने दिल्ली में शिशुओं पर आवारा कुत्तों के बढ़ते हमलों की एक खबर पर स्वतः संज्ञान लिया है। बिना टीकाकरण वाले आवारा कुत्तों से शिशुओं, बच्चों तथा बुजुर्गों के लिए खतरा बना रहता है और उनके हमले के कारण लोग तेजी से रेबीज का शिकार हो रहे हैं। सर्वोच्च न्यायालय ने ऐसे बढ़ते खतरे पर ध्यान केंद्रित करते हुए एक रिट याचिका दायर की है।
न्यायाधीश न्यायमूर्ति जे. पारदीवाला और न्यायमूर्ति आर. महादेवन की पीठ ने कहा है कि इस समाचार में बेहद परेशान करने वाले तथ्य हैं। उन्होंने स्थिति को काफी चिंताजनक बताते हुए कहा कि इस पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है।
पीठ ने निर्देश दिया है कि इस मामले को, संदर्भित समाचार के साथ उचित आदेश के लिए भारत के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति बी.आर. गवई के समक्ष प्रस्तुत किया जाए।