दिल्ली के विद्यालयों में बम की धमकियों के प्रबंधन के लिए दिल्ली सरकार ने मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी की है। हमारे संवाददाता ने बताया है कि इस एसओपी में सीसीटीवी कैमरे लगाने, निकासी योजना बनाने, नियमित सुरक्षा ऑडिट और मॉक ड्रिल जैसे उपाय शामिल हैं।
शिक्षा निदेशालय द्वारा तैयार किए गए इस प्रोटोकॉल में रोकथाम, तैयारी, प्रतिक्रिया और रिकवरी पर ध्यान केंद्रित करते हुए चार-स्तरीय रणनीति बनाई गई है। पारदर्शिता और जवाबदेही बनाए रखने के लिए स्कूलों को अब अपने संबंधित जिला अधिकारियों को मासिक सुरक्षा जांच प्रस्तुत करना आवश्यक होगा।
एसओपी में फर्जी धमकियों के खिलाफ सख्त चेतावनी भी शामिल है, जिसमें झूठे अलार्म के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। शिक्षा निदेशालय ने एक बयान में बताया है कि एसओपी का मसौदा दिल्ली उच्च न्यायालय के निर्देशों के बाद तैयार किया गया था और यह राष्ट्रीय सुरक्षा दिशानिर्देशों के अनुरूप है।
बयान में कहा गया है कि यह एसओपी तत्काल प्रभाव से राजधानी के सभी स्कूलों पर लागू होगा, जिसमें सरकारी, सरकारी सहायता प्राप्त, और मान्यता प्राप्त गैर-सहायता प्राप्त निजी संस्थान शामिल हैं। इस एसओपी के तहत दिल्ली पुलिस और अग्निशमन विभाग की भी ज़िम्मेदारियाँ तय की गयी हैं।
इसमें कहा गया है कि पुलिस खतरों का आकलन करने, परिसर की सुरक्षा करने और तलाशी के समन्वय में भूमिका निभाएगी, जबकि अग्निशमन विभाग आग पर नियंत्रण और निकासी प्रोटोकॉल में सहायता करेगा। प्रादेशिक समाचार के लिए सकलेन अखतर।