सरकार ने दवाओं की कीमतों में उल्लेखनीय वृद्धि का दावा करने वाली मीडिया रिपोर्टों को गलत और भ्रामक करार दिया है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि इन रिपोर्ट में दावा किया गया है कि कीमत बढ़ने से पांच सौ से ज्यादा दवाएं प्रभावित होंगी।
मंत्रालय ने कहा कि ऐसी खबरें पूरी तरह से झूठी, भ्रामक और दुर्भावनापूर्ण हैं। इसमें कहा गया है कि औषधि विभाग के तहत राष्ट्रीय फार्मास्यूटिकल मूल्य निर्धारण प्राधिकरण सालाना थोक मूल्य सूचकांक के आधार पर दवाओं की अधिकतम कीमतों को संशोधित करता है। मंत्रालय ने कहा है कि 782 दवाओं के लिए मौजूदा अधिकतम कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है, जबकि 54 दवाओं में एक पैसे की मामूली वृद्धि की गई है।