दरभंगा व्यवहार न्यायालय में पहली बार अधिवक्ताओं ने मैथिली भाषा में बहस की। वरिष्ठ अधिवक्ता शशिकांत झा ने बताया कि उन्होंने न्यायिक दंडाधिकारी राघव के समक्ष मैथिली भाषा में बहस करने की अनुमति मांगी। न्यायिक दंडाधिकारी ने उनके अनुरोध को स्वीकार कर लिया। इसके बाद एक फौजदारी मामले में अधिवक्ताओं ने मैथिली में बहस शुरू की। बाद में दो अन्य मामलों में भी मैथिली में बहस की गयी।