भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद-आईसीएमआर के महानिदेशक डॉक्टर राजीव बहल ने कहा कि दक्षिण-दक्षिण सहयोग स्वास्थ्य क्षेत्र में अनुसंधान को आगे बढ़ाने के लिए आवश्यक है। उन्होंने अनुसंधान अवसंरचना के सशक्तिकरण में निवेश और देश के भीतर वित्त पोषण की आवश्यकता का भी उल्लेख किया।
डॉक्टर बहल ने नई दिल्ली में आयोजित सार्वजनिक स्वास्थ्य में अनुसंधान और नवाचारों पर अंतरराष्ट्रीय बैठक के वे फॉरवार्ड सत्र को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने विश्वस्तरीय उत्पादों के उत्पादन पर केंद्रित अनुसंधान और विकास को सशक्त बनाने वाले तंत्र विकसित करने के लिए एक साथ काम करने के लिए दक्षिणी देशों की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस कदम ने चिकित्सा उपकरणों और प्रौद्योगिकियों के लिए ग्लोबल नॉर्थ यानी धनी और विकसित देशों पर निर्भरता कम की है।
स्वास्थ्य अनुसंधान विभाग और भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद की मेजबानी में दो दिवसीय बैठक आज संपन्न हुई। इस बैठक में नेपाल, श्रीलंका, भूटान और तिमोर-लेस्ते के वरिष्ठ प्रतिनिधियों ने भागीदारी की।