दक्षिण कोरिया की संवैधानिक अदालत ने प्रधानमंत्री हान डक सू के महाभियोग को पलटते हुए उन्हें फिर से कार्यवाहक राष्ट्रपति नियुक्त कर दिया है।
इस बीच, अदालत द्वारा राष्ट्र के नेतृत्व के लिए निर्णायक एक मुद्दे को लेकर पूर्व राष्ट्रपति यून सुक योल के महाभियोग पर फैसला सुनाया जाना बाकी है।
आठ न्यायाधीशों की अदालत में एक के मुकाबले सात न्यायाधीशों ने श्री हान के महाभियोग को खारिज कर दिया। दो अतिरिक्त न्यायाधीशों ने महाभियोग प्रस्ताव का पूरी तरह से विरोध किया है।
नेशनल असेम्बली ने प्रधानमंत्री और कार्यवाहक राष्ट्रपति के रूप में दोनों पदों पर सेवा दे रहे श्री हान पर महाभियोग चलाया। नेशनल असेम्बली ने अन्य अभियोगों के अलावा पूर्व राष्ट्रपति योल द्वारा तीन दिसम्बर को घोषित मार्शल लॉ में श्री हान की कथित संलिप्तता का हवाला दिया है।
दक्षिण कोरिया के दो बड़े नेताओं को निलंबन के दौरान उप प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री चोई सांग-मोक राष्ट्रपति का कार्यभार संभाल रहे थे।
अगर अदालत श्री यून के महाभियोग का समर्थन करती है तो दक्षिण कोरिया में नया राष्ट्रपति चुनाव करवाने की आवश्यकता होगी। अगर अदालत उनके पक्ष में फैसला सुनाती है तो वे अपने पूर्ण राष्ट्रपति अधिकार के साथ कार्यालय में वापसी करेंगे।