तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों के समक्ष आने वाली मुख्यरूप से छह महत्वपूर्ण चुनौतियों से निपटने के लिए नई एमएसएमई नीति-2024 का शुभारंभ किया। इस नीति में अगले पांच वर्षों में चार हजार करोड़ रूपए का निवेश किया जाएगा। उपमुख्यमंत्री मल्लू भट्टी विक्रमार्क और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. श्रीधर बाबू के साथ मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने कल हैदराबाद में इस नीति का औपचारिक शुभारंभ किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने उदारीकरण, निजीकरण और वैश्विकरण के जरिए भारतीय अर्थव्यवस्था को खोलने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री पी.वी. नरसिम्हा राव की नीतियों की सराहना की। उन्होंने कहा कि नई नीति दलितों और महिलाओं के लिए औद्योगिक अवसर सृजित करती है। यह नीति एमएसएमई क्षेत्र के लिए भी उत्साहवर्धक है।
श्री रेड्डी ने आश्वस्त किया कि उनकी सरकार राजनीतिक परिवर्तनों की परवाह किए बिना पहले के प्रशासन के प्रोत्साहन वायदों को पूरा करेगी। उन्होंने बताया कि शिक्षा और रोजगार तथा कुशल श्रमिकों की कमी के बीच एक अंतराल है। श्री रेड्डी ने कहा कि टाटा समूह से बातचीत के जरिए 2 हजार 400 करोड़ रूपए के निवेश से औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान को उन्नत करने की एक योजना है।