निर्वाचन आयोग ने तेलंगाना में भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) और इसके कार्यकारी अध्यक्ष के.टी. रामाराव पर अपुष्ट आरोप लगाने के मामले में राज्य की मंत्री और कांग्रेस की स्टार प्रचारक कोन्डा सुरेखा की कड़ी आलोचना की है। आयोग को इस संबंध में बीआरएस के प्रवक्ता से शिकायत मिली थी। जिसके बाद आयोग ने तेलंगाना के मुख्य निर्वाचन अधिकारी से रिपोर्ट मांगी थी।
रिपोर्ट के अनुसार, सुरेखा ने आरोप लगाया था कि राव ने फोन टैप कर कई हीरोइनों को ब्लैकमेल किया और कुछ अधिकारियों की नौकरी जाने और जेल भेजे जाने तक की नौबत आ गई। आयोग ने कहा कि सुश्री सुरेखा ने चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन किया है और विशेषकर एक मंत्री होने के नाते उन्हें किसी भी दावे या आरोप के लिए शब्दों का चयन सोच-समझकर करना चाहिए।
आयोग ने यह भी कहा कि अपुष्ट आरोपों से विपक्षी दल या नेता की छवि धूमिल होने का खतरा रहता है जिससे निष्पक्ष चुनाव में बाधा पड़ती है। आयोग ने सुश्री सुरेखा को आगाह किया है कि वे चुनाव आचार संहिता के दौरान सार्वजनिक बयान देते समय सावधानी बरतें।