तमिलनाडु में सभी दलों के नेताओं ने पार्टी लाइन से ऊपर उठकर इडुकी जिले में सिलांती नदी पर बांध बनाने के केरल सरकार के कदम का विरोध किया है। उन्होंने केंद्र सरकार से अनुरोध किया है कि केरल सरकार को बांध बनाने की अनुमति न दी जाए। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने राज्यों के बीच मैत्री की भावना को बनाए रखने के लिए यह मुद्दा हल होने तक बांध का निर्माण रोकने के लिए केरल सरकार को पत्र लिखा है। उन्होंने आरोप लगाया कि तमिलनाडु सरकार या कावेरी प्रबंधन प्राधिकरण को निर्माण के संबंध में कोई दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराया गया।
इस बीच विपक्ष के नेता के. पलानीसामी ने किसानों की आवश्यकता पर सुस्त रवैया अपनाने पर सत्तारूढ़ डी एम के की आलोचना की है। उन्होंने केरल में सत्तारूढ़ मोर्चे पर आरोप लगाया कि वह तमिलनाडु में अमरावती बांध के लिए पानी का प्रवाह अवरूद्ध करने का प्रयास कर रहा है। सिलांती नदी तमिलनाडु के करूर और तिरूपुर जिलों में लाखों एकड़ उपजाऊ कृषि भूमि के लिए सिंचाई का स्रोत है।