सरकार ने उस वीडियो को खारिज कर दिया है जिसमें दावा किया गया था कि इस्राइल ने भारतीय सेना के साथ सैन्य अभ्यास की योजना रद्द कर दी है। पत्र सूचना कार्यालय की तथ्य जांच इकाई ने बताया है कि यह वीडियो फर्जी है और पाकिस्तानी प्रचार करने वालों के अकाउंट से बनाया गया है। इस वीडियो का उद्देश्य भारतीय सशस्त्र सेनाओं में विश्वास को धूमिल करना था।
तथ्य जांच इकाई ने यह भी स्पष्ट किया है कि इस्राइल की ओर से सैन्य अभ्यास रद्द करने की योजना के बारे में कोई बयान नहीं आया है। सरकार ने नागरिकों से कहा है कि इस तरह के गैर सत्यापित सामग्री को न तो साझा करें और न ही इन्हें देखने की जरूरत है। यह भी स्पष्ट किया गया है कि नागरिकों को सही सूचना के लिए केवल आधिकारिक और विश्वसनीय सूत्रों पर भरोसा करना चाहिए।