चक्रवाती तूफान मोन्था बंगाल की खाड़ी में 17 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ रहा है और मचिलीपट्टणम से लगभग 230 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व और काकीनाडा से 310 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में केंद्रित है। मौसम विभाग ने आंध्र प्रदेश, यनम, आसपास के दक्षिणी ओडिशा तटों और छत्तीसगढ़ के लिए कल तक रेड अलर्ट जारी किया है।
इस तूफान के उत्तर-पश्चिम में गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल जाने की संभावना है। रायलसीमा, तमिलनाडु, पुद्दुचेरी, कराईकल और तेलंगाना में आज मूसलाधार बारिश का अनुमान है। तूफान के आज रात मचिलीपट्टणम और कलिंगपट्टनम के बीच काकीनाडा के आसपास आंध्र प्रदेश के तट को 90 से 110 किलोमीटर प्रति घंटे की निरंतर हवा की गति के साथ पार करने की संभावना है। विभाग ने मछुआरों को इस महीने की 29 तारीख तक इन जगहों पर न जाने की सलाह दी है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू से बात की और केंद्रीय सहायता का आश्वासन दिया। श्री नायडू ने अधिकारियों को निचले इलाकों से लोगों को पुनर्वास केंद्रों में भेजने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने प्रभावित जिलों में स्कूल बंद करने का आदेश दिया है। दक्षिण मध्य रेलवे, पूर्वी तट रेलवे और एयर इंडिया एक्सप्रेस ने आज के लिए कई सेवाएँ रद्द कर दी हैं।
ओडिशा में, राज्य सरकार ने तूफान से निपटने की तैयारियां बढ़ा दी हैं। निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को चक्रवात आश्रय केंद्रों में भेजा जा रहा है। राज्य सरकार की योजना आज सुबह तक 35,000 से अधिक लोगों को इन केंद्रों में भेजने की है। मोन्था के प्रभाव के कारण, ओडिशा के दक्षिणी और तटीय जिलों में कल से बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने राज्य के आठ दक्षिणी जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। रेलवे ने 43 रेलगाड़ियां रद्द कर दी हैं।