अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष की प्रथम उप प्रबंध निदेशक डॉ. गीता गोपीनाथ ने कहा है कि पिछले वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान भारत की वृद्धि दर उम्मीद से कहीं बेहतर रही और उम्मीद है कि 2027 तक भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। सुश्री गोपीनाथ ने नई दिल्ली में एक निजी चैनल को दिये साक्षात्कार में कहा कि भारत को अगले 5-6 वर्षों में रोजगार के लाखों अतिरिक्त अवसर पैदा करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष को उम्मीद है कि निजी खपत में सुधार होगा और अनुकूल मानसून से फसलों की पैदावार बढ़ेगी। सुश्री गोपीनाथ ने कहा कि दोपहिया वाहनों की बिक्री से लेकर तेजी से बढ़ते उपभोक्ता सामान तक, भारत में कुल खपत बढ़ रही है।
सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स के नये आंकड़ों के अनुसार, पिछले महीने यात्री वाहनों, तिपहिया वाहनों, दोपहिया वाहनों और क्वाड्रिसाइकिल का कुल उत्पादन 24 लाख 37 हजार यूनिट से अधिक रहा।