रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन-डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ. समीर वी. कामत ने कहा है कि वर्तमान में देश ने मिसाइल प्रणालियों, बख्तरबंद वाहनों, सैन्य पुल प्रणालियों, तोपों और गोला-बारूद आदि क्षेत्रों में आत्मनिर्भरता हासिल की है। एयर चीफ मार्शल पीसी लाल के 40वें स्मृति व्याख्यान में डॉ. कामत ने कहा कि देश रक्षा उपकरणों के निर्यात की दिशा में लगातार प्रगति कर रहा है।
पिछले वर्ष लगभग 23 हजार करोड़ रुपये का निर्यात हुआ। उन्होंने 2029 तक रक्षा उपकरणों के निर्यात को 50 हजार करोड़ रुपये तक पहुंचाने के सरकार के लक्ष्य का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि वैश्विक और तकनीकी परिदृश्य तेजी से बदल रहा है।
दुनिया एकध्रुवीय से बहुध्रुवीय व्यवस्था की ओर बढ़ रही है इसमें भारत एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। डॉ. कामत ने कहा कि एआई क्वांटम प्रौद्योगिकी, फोटोनिक्स जैसी तेजी से विकसित हो रही और विघटनकारी प्रौद्योगिकियां आधुनिक प्रणाली को बदल रही हैं।