रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन-डीआरडीओ ने एकीकृत हवाई रक्षा शस्त्र प्रणाली का कल ओडिशा तट के पास पहला सफल परीक्षण किया। इस बहु-स्तरीय स्वदेशी प्रणाली में ज़मीन से हवा में मार करने वाली मिसाइल, कम दूरी की उन्नत हवाई रक्षा प्रणाली वाली मिसाइल और लेजर-चालित निर्दिष्ट एनर्जी शस्त्र शामिल हैं।
परीक्षण उड़ान के दौरान इस प्रणाली से अलग-अलग दूरी पर स्थित तीन लक्ष्यों को सफलतापूर्वक नष्ट किया गया। इस अवसर पर संगठन के वरिष्ठ वैज्ञानिकों के अलावा सशस्त्र बलों के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने परीक्षण उड़ान की सफलता पर डीआरडीओ के वैज्ञानिकों, सशस्त्र बलों और रक्षा उद्योग को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि इस अनूठी प्रणाली की सफलता से देश की बहु-स्तरीय हवाई सुरक्षा क्षमता स्थापित हुई है और इससे देश के रक्षा प्रतिष्ठानों की सुरक्षा मज़बूत होगी।