प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर अपने आप में एक बड़ी आवश्यकता है और सरकार सभी गांवों तक डिजिटल सुविधाएं पहुंचा रही है। बिल गेटस के साथ बातचीत में श्री मोदी ने कहा कि प्रौद्योगिकी कृषि, स्वास्थ्य और शिक्षा में अपनी बड़ी भूमिका निभा सकती है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने एकाधिकार को रोकने के लिए प्रौद्योगिकी लोकतंत्रीकरण किया है। यह जनता द्वारा और जनता के लिए है। सरकार विभिन्न समुदायों के भीतर उभरती प्रतिभाओं को अवसर देने के लिए प्रतिबद्ध है। हम लोगों के बीच प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में विश्वास को बढावा देने के लिए लगातार योगदान दे रहे हैं और इसके मूल्य को बढा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन सब के बावजूद आज डेटा सुरक्षा सर्वोपरि चिंता बनी हुई है।
श्री मोदी ने कहा कि भारत में महिलाएं नई तकनीक अपनाने के लिए स्वतंत्र हैं। नमो ड्रोन दीदी योजना बहुत सफलतापूर्वक चल रही है। इन योजनाओं ने महिलाओं की मानसिकता को बहुत बदल दिया है।
ए.आई के दुरुपयोग पर अपनी चिंता व्यक्त करते हुए श्री मोदी ने कहा कि ए.आई बिना उचित प्रशिक्षण के किसी को दे दी जाए तो इसके दुरुपयोग होने की संभावना है। ए.आई जनित सामग्री पर स्पष्ट वाटर मार्क होना चाहिए जिससे कोई भी गुमराह ना हो।
नवीकरणीय ऊर्जा पर श्री मोदी ने कहा कि भारत इस क्षेत्र में तेजी से प्रगति कर रहा है और देश ग्रीन हाइड्रोजन में प्रगति करना चाहता है।