ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल बांग्लादेश – टीआईबी ने ढाका के मुजीब मिमोरियल म्यूजियम और देश के लगभग सभी भागों में तोडफोड और हिंसा की गतिविधियों की कडी आलोचना की है। संस्था ने इस संबंध में डॉक्टर युनूस के प्रशासन से अपील की है कि वह ऐसी गतिविधियों की रोकथाम करें। इस संस्था ने वर्तमान स्थिति के रोकने में सरकार की अनदेखी की भी निन्दा की है। उसका कहना है कि सरकार सक्रिय भूमिका न निभा कर केवल बयानबाजी कर रही है।
टी आई बी के कार्यकारी निदेशक डॉक्टर इफ्तिखार-उज-ज़मां ने कहा कि हिंसा की पूर्व घोषित ऐजेंडे के वावजूद कानून लागू करने वाली एजेंसियों और सेना दोनों को सरकार की मदद करनी चाहिए थी, लेकिन इन संस्थाओं ने अनदेखी की और रोकथाम के उपाय नहीं किये।
उन्होंने कहा यह भी कहा कि इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता की पक्षपात और वंशवाद की असीमित लालसा से प्रेरित शेख हसीना के शासन के दौरान, बंगबंधु, मुक्ति युद्ध और उसकी भावना को सबसे अधिक क्षति पहुंची। उन पर और उनके साथियों पर निरंकुश नरसंहार का भी आरोप है।
लेकिन कानून की अनदेखी और बदले और हिंसा की गतिविधियों को बिल्कुल बर्दाशत नहीं किया जा सकता। इससे विदेशों में देश की बदनामी हो रही है। उन्होंने यह भी कहा कि देश में लोकतांत्रिक अधिकारों को सुनिश्चित बनाने की आवश्यकता है और सभी के साथ मिलजुलकर कार्य करने की जरूरत है।
टीआईबी के कार्यकारी निदेशक ने प्रत्येक नागरिकों से अपील की वे कानून की व्यवस्था का सम्मान करें और विनाशकारी गतिविधियों से बचे।