झारखंड में आज से कुर्मी समुदाय द्वारा अनिश्चित काल के लिए रेल रोको आंदोलन शुरू किया गया है। कुर्मी समुदाय के सदस्य अपने आप को अनुसूचित जनजाति की सूची में शामिल करने की मांग कर रहे हैं। कलकत्ता उच्च न्यायलय द्वारा इस आंदोलन पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद कुर्मी समुदाय ने पश्चिम बंगाल में इस आन्दोलन को वापिस ले लिया था। लेकिन आंदोलनकारी झारखंड के गोमो, मूरी और नीमडीह रेलवे स्टेशन के निकट बड़ी संख्या में एकत्र हो गए हैं।
टोटेमिक कुर्मी विकास मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शीतल ओहदर ने बताया कि झारखंड में रेल रोको आंदोलन पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार किया जा रहा है। उन्होंने दावा किया कि कलकत्ता उच्च न्यायालय द्वारा आंदोलन पर लगाया गया प्रतिबंध झारखंड पर लागू नहीं होता है। झारखंड में विरोध प्रदर्शन के कारण चार रेलगाड़ियां रद्द कर दी गई हैं। इनमें रक्सौल-सिकंदराबाद एक्सप्रेस, भागलपुर-रांची एक्सप्रेस, गोरखपुर-हटिया एक्सप्रेस और कामाख्या-रांची एक्सप्रेस शामिल हैं।
आदिवासी कुड़मी समाज की ओर से गोमो रेलवे स्टेशन पर ट्रेन रोकने के ऐलान के बाद गोमो में अगले आदेश तक निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। उपमंडल अधिकारी उदय रजक ने बताया कि पूरे गोमो इलाके को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है। रिजर्व पुलिस बल के कमांडेंट सैयद सरफराज अहमद ने बताया कि गोमो स्टेशन में प्रवेश करने वाले सभी मार्गों को सील कर दिया है। रांची रेल मंडल ने धनबाद-भुवनेश्वर एक्सप्रेस ट्रेन को भी रद्द कर दिया है।
इस बीच दक्षिण पूर्व रेलवे खंड ने हाल में जारी किए अपने प्रेस वक्तव्य में तत्काल प्रभाव से सामान्य रेल सेवाएं बहाल करने के लिए कहा है। जिन गाड़ियों को रद्द किया गया था, या उनके मार्ग में परिवर्तन किया गया था, वह गाड़ियां अपने निर्धारित समय अनुसार चलेंगी। रांची और धनबाद जिला प्रशासन ने आंदोलन को देखते हुए सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए हैं।