चमोली जिले के ज्योर्तिमठ में ग्रीन और येलो केटेगरी के आवासीय भवनों की अस्थाई मरम्मत की अनुमति प्रदान कर दी गई है। जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने इसके आदेश जारी किए है। ज्योर्तिमठ में अस्थाई मरम्मत की अनुमति इस शर्त और प्रतिबंध के साथ दी गई है कि आवासीय भवन में केवल मरम्मत का कार्य किया जाएगा तथा किसी प्रकार का नवनिर्माण कार्य नहीं किया जाएगा। भवन स्वामी को इस आशय का शपथ पत्र भी देना होगा। वर्ष 2023 में ज्योर्तिमठ में हुए भू-धंसाव से आवासीय भवनों पर दरारें आने के कारण भवनों को तकनीकी टीम द्वारा असुरक्षित घोषित किया गया था। इसके बाद उच्च जोखिम क्षेत्र के अन्दर और बाहर कुल एक हजार दो सौ अट्ठाईस भवनों को रेड, ब्लैक, यलो और ग्रीन श्रेणी में रखा गया था। तकनीकी संबंधी विभिन्न कारणों के चलते तहसील स्तर से 217 परिवारों को ही उनके प्रभावित भवनों की पूर्ण धनराशि वितरित की गई है और अधिकांश प्रभावित क्षतिग्रस्त भवनों में रह रहे हैं। इसे देखते हुए इस वर्ष 25 सितंबर को मूल निवासी स्वाभिमान संगठन ज्योतिर्मठ और भू-धसाव प्रभावितों ने बताया था कि नगर पालिका क्षेत्र के विभिन्न वार्डों में निर्माण कार्य बंद है। प्रतिनिधियों ने सर्दियों में ठंड से बचाव के लिए आंशिक रूप से छत, खिडकी, दरवाजे आदि की मरम्मत किए जाने की अनुमति देने का अनुरोध किया था।