ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने चंडीघाट क्षेत्र के नमामि गंगे घाट पर शीतकालीन चारधाम यात्रा की शुरुआत की।यात्रा शुरू करने से पहले शंकराचार्य ने मां गंगा की पूजा-अर्चना की। इस दौरान पत्रकारों से वार्ता करते हुए शंकराचार्य ने कहा कि ग्रीष्म काल के समय में ग्रीष्मकालीन स्थान पर भगवान की पूजा होती है। ऐसे ही शीतकाल के समय में शीतकालीन स्थान पर भगवान की पूजा जारी रहती है। उन्होंने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी शीतकालीन चारधाम यात्रा में रूचि ली है, जो कि बहुत अच्छी बात है।