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जुलाई 30, 2024 2:50 अपराह्न

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जल स्रोतों के संभावित प्रदूषण के कारण जल जनित बीमारियों की घटनाओं की वृद्धि हुई

जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं मजिस्ट्रेट मंडी अपूर्व देवगन ने एक आदेश जारी करते हुए सभी एसडीएम को जल शक्ति, स्वास्थ्य, शिक्षा, डीआरडीए, नगर निगम, नगर परिषदों और अन्य विभागों द्वारा जल जनित रोगों से बचाव के लिए किए जा रहे उपायों की निगरानी करने के सख्त निर्देश जारी किए हैं।

उन्होंने कहा है कि जिला में जल स्रोतों के संभावित प्रदूषण के कारण जल जनित बीमारियों की घटनाओं की वृद्धि हुई है इसकी रोकथाम तत्परता से समन्वय के साथ कार्य करने की आवश्यकता है।

 

जल शक्ति विभाग करेगा पानी की गुणवत्ता की जांच
आदेशों में जिला मजिस्ट्रेट ने जल शक्ति विभाग को साफ पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित करने और पानी की गुणवत्ता का समय-समय पर जांच करने का निर्देश दिए हैं। उन्हें विभाग को उन स्थानों पर एक विशेष टीम गठित करने का निर्देश दिया गया है, जहां असामान्य पैमाने पर जल जनित बीमारियों के मामले सामने आते हैं, ताकि बढ़ते मामलों की जांच की जा सके और बीमारियों के फैलने के कारणों की पहचान की जा सके और तुरंत सुधारात्मक उपाय किए जा सकें।

 

स्वास्थ्य विभाग गठित करेगा स्वास्थ्य पेशेवरों की विशेष टीम
उपायुक्त ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को जल-जनित बीमारियों के मामलों की रिपोर्ट जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को देने और उन स्थानों पर स्वास्थ्य पेशेवरों की एक विशेष टीम गठित करने का निर्देश दिया है, जहां असामान्य रूप से जलजनित बीमारियों के मामले सामने आते हैं।

 

स्कूलों में बच्चों को किया जाएगा जागरूक
उपायुक्त ने  उच्च शिक्षा और प्रारंभिक शिक्षा विभागों के उप निदेशकों को निर्देश दिया हैं कि वे सभी सरकारी व निजी स्कूलों में पानी की टंकियों की सफाई सुनिश्चित करें और स्कूली बच्चों को जलजनित बीमारियों और निवारक उपायों के बारे में जागरूकता प्रदान करें।

 

खुले जल स्रोतों को साफ करने के लिए चलाया जाएगा विशेष अभियान
उन्होंने परियोजना अधिकारी डीआरडीए को सभी स्थानीय जल निकायों और खुले जल स्रोतों को साफ करने के लिए एक अभियान का नेतृत्व करने और पंचायतों और पीआरआई के सहयोग से जल जनित बीमारियों और उनकी रोकथाम के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए सभी बीडीओ के साथ समन्वय करने का निर्देश दिये। उन्होंने आयुक्त, नगर निगम और सचिव नगर पंचायतों को अपने शहरी स्थानीय निकायों के पेयजल स्रोतों की सफाई करने के भी  निर्देश दिए हैं।

 

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