जल संरक्षण अभियान-2025 के तहत स्प्रिंग एंड रिवर रिजुवनेशन अथॉरिटी-सारा के तत्वावधान में चम्पावत स्थित जिला सभागार में एक दिवसीय जिला स्तरीय कार्यशाला आयोजित की गई।
जिलाधिकारी नवनीत पांडे ने बताया कि इस अभियान का उद्देश्य जल स्रोतों का संरक्षण, पुनर्भरण और पुनर्जीवन है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे वर्षा जल संचयन के लिये आवश्यक प्रयास करें। उन्होंने बताया कि जिले में 98 जल स्रोतों की पहचान की गई है, जिनको जल्द ही पुनर्जीवित करने के प्रयास किये जाएंगे।
जिला प्रशासन के अनुसार एक से पन्द्रह जून तक चलने वाले जल उत्सव पखवाड़े के दौरान जिले में श्रमदान, स्वच्छता अभियान, सोखते गड्ढों का निर्माण, तालाबों का पुनर्जीवन, वर्षा जल संग्रहण और जनजागरूकता कार्यक्रम चलाए जाएंगे।
		 
									