मोबाइल ऐप्प
डाउनलोड करें

android apple
signal

जुलाई 19, 2024 8:18 अपराह्न

printer

जलवायु परिवर्तन एक वैश्विक आपदा के रूप में उभरा है और दुनिया भर में सामुदायिक पतन के लिए जिम्‍मेदार है- उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़

 

 

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा है कि जलवायु परिवर्तन एक वैश्विक आपदा के रूप में उभरा है और दुनिया भर में सामुदायिक पतन के लिए जिम्‍मेदार है। उन्होंने कहा कि ये परिवर्तन गरीबों, जैव विविधता और खाद्य सुरक्षा के लिए खतरा है। उपराष्ट्रपति ने आज नई दिल्ली में पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के जैव ऊर्जा-विकसित भारत का मार्ग विषय पर चौथे अंतर्राष्ट्रीय जलवायु शिखर सम्मेलन के समापन सत्र को संबोधित किया। उपराष्ट्रपति ने कहा कि जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि रिड्यूस, रीयूज, रीसाइकल का थ्री-आर सिर्फ एक मंत्र नहीं है बल्कि जलवायु परिवर्तन के खिलाफ सामूहिक युद्ध है।

    श्री धनखड़ ने कहा कि भारत इस दिशा में गंभीरता से काम करने वाले अग्रणी देशों में से एक है। उन्होंने कहा कि भारत ने वर्ष 2030 तक अपनी स्थापित बिजली क्षमता का 50 प्रतिशत गैर-जीवाश्म ईंधन-आधारित ऊर्जा स्रोतों से प्राप्त करने और वर्ष 2070 तक शून्य कार्बन उत्‍सर्जन का लक्ष्य रखा है।

    आकाशवाणी समाचार से विशेष बातचीत में पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन समिति के अध्यक्ष जे.बी. गुप्ता ने कहा कि सरकार ने जलवायु परिवर्तन की समस्‍या से निपटने के लिए कई पहल की हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मिशन लाइफ यानी पर्यावरण के अनुकूल जीवन शैली की पहल की भी सराहना की। यह जलवायु परिवर्तन की समस्‍या से निपटने के लिए लोगों के व्यवहार में बदलाव लाने पर केंद्रित है।