पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा है कि जलवायु परिवर्तन और पर्यावरणीय क्षरण जैसी वैश्विक चुनौतियों का मुकाबला केवल सहयोग, सामूहिक प्रयास और प्रतिबद्धता की भावना के माध्यम से ही किया जा सकता है। उन्होंने आज दक्षिण अफ्रीका में जी-20 जलवायु और जलवायु स्थिरता कार्य समूह मंत्री स्तरीय बैठक के समापन समारोह को संबोधित किया।
श्री यादव ने अपने संबोधन में कहा कि जी-20 राष्ट्रों की जिम्मेदारी है। यह वैश्विक जीडीपी और मानव जनसंख्या के 80 प्रतिशत से अधिक का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्होंने आगे कहा कि ये देश वैश्विक दक्षिण की विकासात्मक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए एक टीम के रूप में मिलकर काम करें।
उन्होंने यह भी जोड़़ा कि विभिन्न पर्यावरणीय मुद्दों से निपटने के लिए दृष्टिकोण व्यावहारिक और प्रेरणादायक होना चाहिए।
भारत की जलवायु परिवर्तन अनुकूलन में प्राप्त उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए श्री यादव ने बताया कि इस वर्ष देश ने अपनी गैर-जीवाश्म विद्युत उत्पादन क्षमता को 50 प्रतिशत से अधिक बढ़ा लिया है। उन्होंने यह भी कहा कि देश की स्थापित सौर क्षमता 2014 में दो दशमलव आठ गीगावाट से बढ़कर 2025 में 127 गीगावाट हो गई है, जो पिछले 11 वर्षों में 45 गुना वृद्धि को दर्शाती है।