जम्मू-कश्मीर के जम्मू संभाग में बीते 24 घंटों से जारी बारिश के कारण बाढ़ की आपात स्थिति पैदा हो गई है। कम से कम 10 व्यक्तियों की मौत हो गई है। माता वैष्णो देवी मंदिर की यात्रा स्थगित कर दी गई है। भारी बारिश के कारण माता वैष्णो देवी की त्रिकुटा पहाड़ियों पर भूस्खलन में छह व्यक्तियों की मौत हो गई है और 18 अन्य घायल हो गए हैं। हिमकोटि मार्ग भी बंद कर दिया गया है।
डोडा जिले में भी चार व्यक्तियों की मौत हो गई है। जम्मू क्षेत्र के कुछ इलाकों में बिजली आपूर्ति और इंटरनेट सेवाएं बाधित होने की खबर है। आपातकालीन सेवाओं को छोड़कर सभी सरकारी कार्यालय आज बंद रहेंगे। प्रभावित जिलों में बचाव कार्यों में जुटे सरकारी अधिकारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं।
तवी, चिनाब, नेरू और कलनई जैसी प्रमुख नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। मौसम विभाग ने लगातार बारिश का अनुमान जताया है। इससे और अधिक जलभराव की चिंता बढ़ गई है। अधिकारियों ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं और सभी विभागों को हाई अलर्ट पर रखा है। ये नम्बर हैं: जम्मू- 0191-2571616 और 0191-2520542, सांबा- 0192-3241004, कठुआ- 0192-2238796 और किश्तवाड़- 9484217492 हैं। ये नंबर सभी आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध हैं।
पंजाब में रावी, ब्यास और सतलज नदियों के किनारे वाले क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति खराब हो रही है। राज्य के कई जिलों में इस सिलसिले में चेतावनी जारी की गई है और सरकारी अफसरों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं ताकि प्रभावित इलाकों में रहे और बचाव कार्यों के लिये चौबीसों घंटे उनकी मौजूदगी बनी रहे।
पंजाब के कई भागों में दो दिनों से और हिमाचल प्रदेश तथा जम्मू-कश्मीर में दो तीन दिनों से लगातार मूसलाधार वर्षा के कारण रणजीत सागर और पोंग बांध अपनी अधिकतम क्षमता तक पहुंच चुके हैं जिसके कारण नियंत्रित तरीके से पानी छोडा जाना आवश्यक हो गया है। वहीं पिछले एक सप्ताह से अधिक समय से भाखडा बांध से भी नियंत्रित रूप से पानी छोडा जा रहा है ताकि बांध को नुकसान न हो।
स्थिति को देखते हुए राज्य के पठानकोट, गुरदासपुर, फाजिल्का, फिरोजपुर, होशियारपुर, कपूरथला और तरनतारन सहित सात जिलों में हाई अलर्ट घोषित किया गया है। साथ ही अमृतसर में भी चेतावनी दी गई है। राज्यभर में बाढ़ नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए हैं।
प्रभावित जिलों में निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर या राहत शिविरों में जाने का निर्देश दिया गया है। वहीं जो लोग फंसे हुए है उन्हें सेना, सीमा सुरक्षा बल, एनडीआरएफ और पंजाब पुलिस की ओर से बचा कर निकाला जा रहा है। पंजाब के जल संसाधन मंत्री बरिंदर कुमार गोयल ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और कहा कि लोगों को निकाल कर सुरक्षित जगहों पर पहुंचाने के लिए हेलीकॉप्टर तैनात किए गए हैं।
इस बीच राज्य के सभी स्कूलों में 30 अगस्त तक छुट्टी की घोषणा कर दी गई है। साथ ही आम नागरिकों से नदियों के किनारे जाने से परहेज करने और अफवाहों से बचने का आग्रह किया गया है।