जम्मू-कश्मीर में पिछले पांच वर्षों में आयकर रिटर्न दाखिल करने वाले लोगों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है। आकाशवाणी के जम्मू संवाददाता ने बताया है कि वित्त मंत्रालय की ओर से लोकसभा में प्रस्तुत आंकड़ों के अनुसार, जम्मू-कश्मीर में आयकर रिटर्न दाखिल करने वालों की संख्या वित्त वर्ष 2019-20 में 4 लाख 49 हजार 249 से बढ़कर वित्त वर्ष 2024-25 में 6 लाख 43 हजार 197 हो गई। जम्मू-कश्मीर में टैक्स फाइलिंग में वृद्धि पूरे भारत में एक व्यापक रूझान का हिस्सा है। सरकार की ओर से किए गए डिजिटल सुधारों, कर सरलीकरण और बढ़ी हुई वित्तीय निगरानी ने अधिकाधिक व्यक्तियों को अपनी आय घोषित करने के लिए प्रोत्साहित किया है।
आयकर रिटर्न दाखिल करने में वृद्धि एक सकारात्मक संकेत है। जम्मू-कश्मीर में बड़ी संख्या में लोगों ने शून्य कर देनदारी की सूचना दी है। आंकड़ों से पता चलता है कि वित्त वर्ष 2024-25 में जम्मू-कश्मीर में 6 लाख 43 हजार 197 लोगों में से लगभग 3 लाख 81 हजार 691 (लगभग 59 प्रतिशत) पर कोई कर देनदारी नहीं थी। इससे पता चलता है कि बहुत से लोग रिटर्न दाखिल कर रहे हैं, लेकिन उनकी घोषित आय, कर योग्य सीमा से नीचे बनी हुई है।