जमुई जिले के नागी और नकटी पक्षी अभ्यारण्य को रामसर साईट में शामिल किया गया है। वन और पर्यावरण मं़त्रायल के अनुसार इन दोनों अभ्यारण्यों का कुल क्षेत्रफल पांच सौ चौवालीस हेक्टेयर से अधिक है। इसके साथ ही देश में रामसर साईट का क्षेत्रफल बढ़कर तेरह लाख हेक्टेयर से अधिक हो गया है। वहीं, देशभर में रामसर साईट में शामिल होने वाले वेटलैंड की संख्या बढ़कर बयासी हो गयी है।
प्रदेश में बेगूसराय के कांवरताल को पहले ही रामसर साईट घोषित किया जा चुका है। गौरतलब है कि रामसर साईट ईरान में आयोजित रामसर सम्मेलन के तहत अंतरराष्ट्रीय महत्तव की ऐसी नम भूमि होती है, जहां बारिश के समय पानी जमा होता है। इस साइट में शामिल होने के बाद इस भूमि को अंतरराष्ट्रीय स्तर से सहयोग भी प्रदान किया जाता है।