उत्तराखंड में जनजातीय समुदाय के विकास के लिए सरकार की ओर से लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। राज्य में चार एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय संचालित हो रहे हैं, जिसमें जनजातीय समुदाय के छात्रों को निशुल्क शिक्षा और छात्रावास की सुविधा मिलती है।
जनजातीय समाज के बच्चों को प्राथामिक स्तर से स्नातकोत्तर तक छात्रवृत्ति प्रदान की जा रही है। अनुसूचित जनजाति की बेटियों की शादी के लिए 50 हजार का अनुदान भी दिया जा रहा है। जनजातीय क्षेत्रों में अवस्थापना सुविधाओं का विकास तेजी से किया जा रहा है।
जनजातीय संस्कृति के संरक्षण और संवर्द्धन के लिए हर साल, राज्य जनजाति महोत्सव तथा खेल महोत्सव आयोजित किये जा रहे हैं। जनजातीय शोध संस्थान के लिये एक करोड़ रुपए के कार्पस फण्ड की भी व्यवस्था की गई है।