जनजातीय कार्य राज्य मंत्री दुर्गादास उइके ने आज नई दिल्ली में जनजातीय भाषाओं के लिए भारत के पहले आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित अनुवादक, आदिवाणी के बीटा संस्करण का शुभारंभ किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आदिवाणी एक अग्रणी पहल है जिसमें जनजातीय भाषाओं को बढ़ावा देने, संरक्षित करने और पुनर्जीवित करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग किया जाता है। उन्होंने सांस्कृतिक विरासत के वाहक के रूप में भाषा के महत्व पर भी बल दिया। जनजातीय कार्य राज्य मंत्री ने आगे कहा कि कई जनजातीय भाषाएं विलुप्त होने की कगार पर हैं। उन्होंने जनजातीय भाषाओं को संरक्षित करने के लिए सामूहिक प्रयासों का आह्वान किया। यह प्लेटफ़ॉर्म भाषाई अंतर को पाटने और जनजातीय बोलियों में संचार को मज़बूत करने के लिए विकसित किया गया है।
Site Admin | सितम्बर 1, 2025 7:48 अपराह्न
जनजातीय भाषाओं के लिए भारत के पहले आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित अनुवादक, आदिवाणी के बीटा संस्करण का शुभारंभ
