जनजातीय कार्य मंत्री अर्जुन मुंडा ने देश के स्वतंत्रता संग्राम में शामिल जनजातीय वीरों पर गहन अध्ययन और अनुसंधान की अपील की है। आज नई दिल्ली में भारतीय आदिम जाति सेवक संघ में एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि मुगल काल से लेकर ब्रिटिश राज तक, देश के स्वतंत्रता संघर्ष में जनजातीय शूरवीरों की भागीदारी का एक लंबा इतिहास रहा है। श्री मुंडा ने कहा कि जनजातीय संस्कृति, परंपरा और इतिहास के संरक्षण और प्रसार की आवश्यकता है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि संस्थान में नवस्थापित ई-लाइब्रेरी और संग्रहालय, ज्ञान के केंद्र बनेंगे।
इस अवसर पर श्री मुंडा ने समाज सेवी अमृत लाल ठक्कर की प्रतिमा का अनावरण भी किया। जिन्हें ठक्कर बापा के नाम से जाना जाता है। उन्होंने कहा कि भारत तभी विकसित देश बनेगा, जब देशवासी अपनी संस्कृति, पहचान और परंपरा को स्वीकार करेंगे।