फायर सीजन के मद्देनजर अल्मोड़ा के मानसखंड विज्ञान केंद्र में, जंगलों में आग लगने के कारणों और रोकथाम पर वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों की बैठक आयोजित की गई। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद (यूकॉस्ट) उत्तराखंड के महानिदेशक डॉ. दुर्गेश पंत, बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस दौरान डॉक्टर पंत ने अल्मोड़ा जिले में स्याही देवी मॉडल को फायर सीजन में अपनाने के निर्देश दिए और कहा कि यह मॉडल पूरे राज्य के लिए प्रेरणादायक बन चुका है।
वनाग्नि के दुष्प्रभावों को रेखांकित करते हुए डॉ. पंत ने कहा कि जब तक विज्ञान, तकनीक प्रयोगशालाओं से जमीनी स्तर तक नहीं पहुंचती, तब तक उनका पूरा लाभ नहीं मिल सकता।