छत्तीसगढ़ में भी गणतंत्र दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। राज्यपाल रमेन डेका ने राजधानी रायपुर के पुलिस परेड मैदान में ध्वजारोहण कर परेड की सलामी ली। परेड निरीक्षण के दौरान मुख्य सचिव अमिताभ जैन और पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा भी उपस्थित थे। अपने संबोधन में राज्यपाल ने कहा कि आज छत्तीसगढ़ जिस तेजी से विकास की राह पर बढ़ रहा है और विकसित छत्तीसगढ़ की परिकल्पना पर काम कर रहा है, इसके पीछे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का सुशासन का मंत्र और समावेशी विकास की सोच है। श्री डेका ने कहा कि हमारे गणतंत्र को सबसे बड़ा खतरा हिंसक विचारधाराओं से है। पिछले कई वर्षों से छत्तीसगढ़, माओवाद से जूझ रहा था। राज्य की भाजपा सरकार ने एक वर्ष के भीतर सघन अभियान चलाकर माओवादियों को कमजोर करने का कठिन परिश्रम किया है। उन्होंने नियद नेल्लानार योजना का उल्लेख किया। राज्यपाल ने अपने संबोधन में छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार की प्रमुख उपलब्धियों और विभिन्न योजनाओं का भी जिक्र किया।
समारोह में राज्यपाल ने राज्य के पुलिस अधिकारियों को पुलिस वीरता पदक, विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति का पुलिस पदक, सराहनीय सेवा के लिए पुलिस पदक, सराहनीय सुधार सेवा पदक और गृह रक्षक तथा नागरिक सुरक्षा सराहनीय सेवा पदक प्रदान किया। साथ ही उन्होंने पोषण जायसवाल, कुणाल कोशले और जयंत कुमार मरकाम को राज्य वीरता पुरस्कार से नवाजा।