छत्तीसगढ़ को दुग्ध उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने के लिए राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड के सहयोग से एक पायलट प्रोजेक्ट तैयार किया गया है। इससे डेयरी उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज मंत्रालय में पशुपालन विभाग के कार्यों की समीक्षा करते हुए बताया कि राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड की विशेषज्ञता में तैयार पायलट प्रोजेक्ट के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए राज्य सरकार लगभग पांच करोड़ रुपये का निवेश कर रही है।
इस योजना के अंतर्गत छत्तीसगढ़ के छह जिलों को शामिल किया गया है और सफल क्रियान्वयन के बाद इसे पूरे प्रदेश में विस्तारित किया जाएगा।