छत्तीसगढ़ के स्कूलों में बेहतर शिक्षा के साथ बच्चों को पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने के लिए शुरू की गई “न्योता भोजन” योजना को आगामी शिक्षा सत्र से और अधिक प्रभावी बनाया जाएगा। इसके तहत सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को वार्षिक कैलेंडर बनाने के निर्देश दिए गए हैं, जिससे सभी शालाओं में बच्चों को माह में कम से कम दो बार न्योता भोजन का लाभ मिल सके। इस योजना के माध्यम से बच्चों को पौष्टिक भोजन मिलने के साथ ही स्थानीय समुदाय की योजना में सहभागिता भी बढ़ेगी।
”न्योता भोजन” की अवधारणा प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना के “तिथि भोजन” कार्यक्रम पर केन्द्रित है। यह योजना सामुदायिक भागीदारी, विभिन्न त्यौहारों या अवसरों जैसे वर्षगांठ, जन्मदिन, विवाह और राष्ट्रीय पर्व आदि पर बड़ी संख्या में लोगों को भोजन प्रदान करने की भारतीय परम्परा पर आधारित है। छत्तीसगढ़ में भोजन के लिए आमंत्रित करने को “न्योता” कहा जाता है। इसी आधार पर छत्तीसगढ़ में तिथि भोजन को ”न्योता भोजन” के नाम से लागू किया गया है।