छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र में माओवादी हिंसा से पीड़ित लोगों ने आज नई दिल्ली में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से मुलाकात की। राष्ट्रपति ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा है कि किसी भी लक्ष्य को हासिल करने के लिए हिंसा का रास्ता अपनाना उचित नहीं है। हिंसा किसी भी समाज के लिए बहुत महंगी साबित होती है। राष्ट्रपति ने वामपंथी उग्रवादियों से हिंसा छोड़ने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि सरकार उनकी समस्याओं को हल करने का हर संभव प्रयास करेगी।
राष्ट्रपति से मुलाकात के दौरान पीड़ितों ने बताया कि कैसे माओवादी हमलों ने उनके जीवन को तबाह कर दिया है। प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति को अवगत कराया कि पिछले चार दशकों से बस्तरवासी माओवादी आतंक का दंश झेल रहे हैं। माओवादी घटनाओं में हजारों लोग अपनी जान गंवा चुके हैं और सैकड़ों लोग निःशक्त हो चुके हैं।