छत्तीसगढ़ का लोकपर्व हरेली आज प्रदेशभर में पारंपरिक उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। सावन माह की अमावस्या को मनाए जाने वाले हरेली पर्व पर किसानों ने अपने कुल देवता और खेती में उपयोग किए जाने वाले औजारों की पूजा की। साथ ही बच्चों और युवाओं ने गेड़ी चढ़ने का आनंद लिया।
रायपुर स्थित मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में भी हरेली त्यौहार का आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने धर्मपत्नी कौशल्या साय और परिजनों के साथ विधिवत रूप से तुलसी माता, नांगर, कृषि उपकरणों और गेड़ी की पूजा कर अच्छी फसल, किसानों और प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि तथा खुशहाली की कामना की। हरेली त्यौहार के अवसर पर मुख्यमंत्री निवास को छत्तीसगढ़ी ग्रामीण परिवेश के अनुरूप सजाया गया है।
इस दौरान छत्तीसगढ़ी संगीत, लोकनृत्य, पारंपरिक गड़वा बाजा, राउत नाचा और गेड़ी नृत्य का भी विशेष आयोजन किया गया। हरेली त्यौहार पर मुख्यमंत्री ने गाय और बछड़े को लोंदी और चारा खिलाकर पशुधन संरक्षण का संदेश दिया।
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों की खुशहाली और समृद्धि राज्य सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसानों के कल्याण के लिए लगातार काम कर रही है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कृषि विभाग द्वारा वहां लगाई गई उन्नत कृषि यंत्रों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया और तेईस किसानों को टै्रक्टर और हार्वेस्टर की चाबी और अन्य कृषि उपकरण प्रदान किए।
इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष डॉक्टर रमन सिंह, उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा, कृषि मंत्री रामविचार नेताम, सांसद बृजमोहन अग्रवाल और विधायक किरण देव भी मौजूद थे।