केंद्रीय वस्त्र मंत्रालय द्वारा चमोली जिले के वाइब्रेंट विलेज माणा के घिंघराण इंटर कॉलेज में तीन दिवसीय हस्त शिल्प जागरूकता प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं को स्थानीय हस्त शिल्प के प्रति जागरूक कर इन कलाओं से परिचित कराने का काम किया गया। तीन दिवसीय शिल्प प्रदर्शन सह जागरूकता कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य स्थानीय शिल्पकला को प्रोत्साहित कर नई पीढ़ी को इसे परिचित कराना था। विद्यालय के प्रधानाचार्य राकेश चंद्र थपलियाल ने बताया कि तीन दिवसीय प्रशिक्षण छात्रों के लिए उपयोगी साबित हुआ है। इससे बच्चों में अपने हस्त शिल्प के प्रति जागरूकता तो बढ़ी ही है। साथ ही यह प्रशिक्षण उनके जीवन में रोजगार के लिए भी महत्वपूर्ण साबित होगा।
वहीं विकास आयुक्त हस्तशिल्प देहरादून के सहायक निदेशक नलिन राय ने बताया कि तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में प्रशिक्षण का उद्देश्य जनजाति के छात्रों को स्थानीय हस्त शिल्प की जानकारी देने के साथ उन्हें इससे होने वाले रोजगार की जानकारी देना भी था। हस्तशिल्पियों द्वारा दिए गए इस प्रशिक्षण के दौरान छात्रों ने न केवल इन कलाओं की बारीकियों से समझा बल्कि उन्होंने खुद से भी इसका अभ्यास किया।