मौसम विभाग ने कहा है कि बंगाल की पूर्व-मध्य खाड़ी के ऊपर बने गहरे दबाव के क्षेत्र के आज शाम तक चक्रवाती तूफान के रूप में बदलने की संभावना है। विभाग ने एक बयान में कहा है कि चक्रवात रेमल के बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल के तट क्षेत्र को कल आधी रात तक पार करने और भीषण चक्रवाती तूफान का रूप लेने की संभावना है। इसे देखते हुए पश्चिम बंगाल में तेज वर्षा हो सकती है। उत्तरी ओडिशा में भी कहीं-कहीं तेज बारिश होने की संभावना है। पूर्वोत्तर राज्यों के कुछ क्षेत्रों में भी मूसलाधार बारिश होने की भी चेतावनी जारी की गई है।
कैबिनेट सचिव राजीव गौबा की अध्यक्षता में कल राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति की कल बैठक हुई जिसमें चक्रवात से निपटने की तैयारियों की समीक्षा की गई। पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव ने समिति को चक्रवाती तूफान के मार्ग में लोगों की सुरक्षा के लिए किए जा रहे प्रारंभिक उपायों और स्थानीय प्रशासन के उपायों से अवगत कराया। मछुआरों को समुद्र में न जाने के लिए कहा गया है। जिला नियंत्रण कक्ष भी सक्रिय हो गए हैं और स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। पर्याप्त आश्रय स्थल, बिजली आपूर्ति, दवा और आपातकालीन सेवाएं तैयार रखी गई हैं।
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल ने 12 दल तैनात किये हैं और 5 अतिरिक्त दल सुरक्षित रखे गये हैं। जहाजों और विमानों के साथ सेना, नौसेना और तटरक्षक बल की बचाव और राहत दलों को तैयार रखा गया है। बिजली मंत्रालय ने तत्काल बिजली बहाली के लिए आपातकालीन दलों को तैनात किया है।
भारतीय तटरक्षक बल ने भी चक्रवाती तूफान ‘रेमल’ से निपटने की तैयारी की है। समुद्र में जान-माल के संभावित नुकसान को कम करने के लिए रणनीतिक स्थानों पर नौ आपदा राहत दल तैनात किये गये हैं।
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