श्रीलंका के पूर्वी तट पर बना गहरा दबाव का क्षेत्र चक्रवाती तूफान दित्वा में बदल गया है। यह बट्टिकलोआ से लगभग 120 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में स्थित है। इसके प्रभाव से 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से हवा चलने की आशंका है। पूरे देश में स्कूली परीक्षाएँ स्थगित कर दी गई हैं। आने वाले दिनों में भी खराब मौसम की चेतावनी जारी की गई है।
श्रीलंका के अधिकारियों ने कहा है कि बाढ़ और भूस्खलन के कारण 40 लोग मारे गए हैं और 10 अन्य घायल हुए हैं। 21 लोग अब भी लापता हैं। एक हजार 800 से अधिक परिवारों को अस्थायी आश्रय स्थलों में ले जाया गया है।
राष्ट्रपति अनुर कुमार दिसानायक ने सभी सांसदों को राहत कार्यों का समन्वय करने, स्वास्थ्य और कल्याण सेवाओं की आपूर्ति सुनिश्चित करने तथा मुआवज़े का आकलन करने के लिए तुरंत अपने क्षेत्रों में जाने का निर्देश दिया है।