राजकाल से चली आ रही परम्परा को निभाते हुए इस वर्ष भी चंबा जिला के
दशनाम जूना अखाड़ा से श्री मणिमहेश मानसरोवर के लिए छड़ी यात्रा प्रस्थान कर गई। यह पवित्र छड़ी दशनाम अखाड़ा से बड़ी धूमधाम के साथ बैंड बाजों के साथ निकली। पूरे विधि विधान से साधु समाज से जुड़े सैकड़ो साधुओंने वेदों उच्चारण के साथ भगवान भोले नाथ के नाम की अखंड आरती के साथ पूजा अर्चना की। वहीं चंबा के लोगों ने इस अखंड ज्योति के हवन में अपनी आहुति डालते हुए अपने को धन्य किया। प्रशासन की तरफ से एस.डी.एम. अरूण शर्मा सहित अन्य अधिकारियों ने भी इस मौके पर पूजा अर्चना की। रास्ते में विभिन्न पड़ाव डालते हुए 10 सितम्बर को यह पवित्र छड़ी श्री मणिमहेश डल झील पहुंचेगी और 11 सितम्बर को राधाष्टमी के दिन शाही स्नान के दौरान इसे पवित्र डल झील में स्नान करवाया जाएगा।
इस अवसर पर जिला प्रशासन की और से विशेष प्रबंध किए जाते है। इस मौके पर मौजूद चंबा अरुण शर्मा ने बताया कि आज दशनामी अखाड़े से जो यह पवित्र छड़ी मणिमहेश के लिए प्रस्थान कर रही है वह सबसे पहले जुलाहकड़ी में स्थित श्री कृष्ण मंदिर में विश्राम करेगी उसके उपरांत पड़ाव दर पड़ाव डालते हुए मणिमहेश तक पहुंचेगी। सुरक्षा के मध्यनजर इनको प्रशासन की और से पूरी सुरक्षा प्रदान की जाएगी।
इस अवसर पर दशनाम जूना अखाड़ा के महंत यतेंद्र गिरी ने सभी को छड़ी
मुबारक दी तथा कहा कि पूजा अर्चना के बाद मणिमहेश के लिए छड़ी यात्रा
निकली है। इस छड़ी का शाही स्नान मणिमहेश डल झील में राधाष्टमी के दिन होगा। उन्होंने भक्तजनों से अधिक संख्या में छडी के दर्शन करने की अपील की तथा कहा कि साधु संतों के साथ यह छड़ी निकली है तथा पुरानी परम्परा को निभाते हुए राधाष्टमी के स्नान के पश्चात यह छड़ी वापस अखाड़ा में पहुंचेगी।