रुद्रप्रयाग जिले में गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग अब यात्रा के लिए और बेहतर हो रहा है। बरसात कम होने के बाद अब लोक निर्माण विभाग के 400 मजदूर रास्ते को दुरुस्त करने में जुटे हुए हैं। संवेदनशील स्थानों पर रास्ते को पर्याप्त चैड़ा करने के साथ ही सुरक्षा के प्रबंध भी किए जा रहे हैं।
यह मार्ग 31 जुलाई को अतिवृष्टि से 29 स्थानों पर क्षतिग्रस्त हो गया था। इसमें 16 स्थानों पर पूरी तरह से वॉशआउट हो गए थे। जगह-जगह बरसाती नाले बह रहे थे, जिससे रास्ते को पार करना मुश्किल हो गया था। वर्तमान में जंगलचट्टी, भीमबली, छोटी लिनचोली, थारू कैंप, कुवेर गदेरा और टीएफटी जैसे स्थानों पर गेविन वाल व सीसी पुश्ता तैयार कर रास्ते को पर्याप्त चैड़ा किया जा रहा है। साथ ही बरताती नाले वाले इलाकों में पुलिया बनाई गई हैं।
इसके अतिरिक्त गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर रामबाड़ा में मंदाकिनी नदी पर 70 मीटर लंबा बैलीब्रिज प्रस्तावित है। अभी इस स्थान पर हल्का लोहे का पुल बनाया गया है, जिससे यात्रा सुचारू रूप से जारी है।