गौतमबुद्ध नगर में चल रहे तीन दिवसीय सेमिकॉन इंडिया-2024 का आज समापन होगा। कार्यक्रम के दूसरे दिन कल भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सचिव एस. कृष्णन ने कहा कि देश के अंदर डिजाइन स्पेस में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। भारत में वैश्विक मानकों और मानदंडों को पूरा करने की क्षमता है। ऐसे में उद्योग जगत की जिम्मेदारी है कि वह भारत के युवाओं की प्रतिभा के लिए सही अवसर पैदा करे। उन्होंने कहा कि भारत मानव संसाधनों का एक विशाल भंडार है।
यहां निवेश को सफल बनाने के पर्याप्त संसाधन हैं। श्री कृष्णन ने कहा कि सरकार इस कार्यक्रम की पुष्टि और समर्थन कर रही है, इसकी क्षमता और निवेश मूल्य को स्वीकार कर रही है। अगले पांच से दस वर्षों में कार्यक्रम के सकारात्मक परिणाम आने की उम्मीद है। सेमिकॉन इंडिया के दूसरे दिन विभिन्न तकनीकी सत्रों में विशेषज्ञों ने अपने विचार रखे।
आईआईटी कानपुर के केमिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर डॉ. सिद्धार्थ पांडा ने एक सत्र में कहा कि भारत के लिए यह सही समय है और भारत को इस अवसर का लाभ उठाते हुए हाइब्रिड इलेक्ट्रॉनिक्स के लिए बाजार बनाना चाहिए। एक अन्य सत्र में टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स के सीईओ डॉ. रणधीर ठाकुर ने कहा कि भारत सरकार और इंडियन स्कूल ऑफ माइंस जैसे संस्थान सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में देश की क्षमताओं के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।