गोवंशीय पशुओं के नस्ल सुधार एवं दुग्ध उत्पादकता में वृद्धि के लिए नन्दिनी कृषक योजना के तहत कुशीनगर जिले में चार इकाइयां स्थापित की जाएगी । प्रत्येक इकाई की स्थापना पर लगभग 23 लाख 60 हजार रूपये की लागत आयेगी। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ रवींद्र प्रसाद ने बताया कि परियोजना के मानकों को पूर्ण करने पर प्रति इकाई परियोजना लागत का 50 प्रतिशत और अधिकतम 11 लाख 80 हजार रुपये की सीमा तक अनुदान दो किस्तों में में दिया जायेगा। उन्होंने बताया कि योजना के तहत गीर साहीवाल व थारपारकर नस्ल की स्वदेशी गायें ही शामिल होंगी।
Site Admin | नवम्बर 3, 2024 8:40 अपराह्न
गोवंशीय पशुओं के नस्ल सुधार एवं दुग्ध उत्पादकता में वृद्धि के लिए नन्दिनी कृषक योजना के तहत कुशीनगर में चार इकाइयां स्थापित की जाएगी