कोलकाता में आर.जी. कर राजकीय अस्पताल में एक महिला डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या के विरोध में भारतीय चिकित्सा संघ के आह्वान पर प्रदेश के सभी चिकित्सक चैबीस घंटे के देशव्यापी हड़ताल पर हैं। प्रदेशन में आज सुबह से ही ओपीडी सेवा ठप है। गम्भीर मरीजों के लिये केवल इमरजेंसी सेवा ही जारी है और अस्पतालों में भर्ती मरीजों का ही इलाज किया जा रहा है। संगठन ने इस मामले में न्याय और स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा के लिए केन्द्रीय कानून बनाने की मांग की है। संगठन की अपील को देखते हुए इस हडताल में निजी क्षेत्र के स्वास्थ्यकर्मी भी शामिल हो गये हैं।
गोरखपुर में बीआरडी मेडिकल काॅलेज और एम्स के जूनियर डाॅक्टर हड़ताल पर रहे। निजी चिकित्सकों ने भी अपनी ओपीडी नहीं की। लखनऊ, हापुड़, बाराबंकी, बदायूं और वाराणसी जिलों से भी डाॅक्टरों के हड़ताल पर रहने और विरोध प्रदर्शन करने की खबर है। इस बीच, केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने निर्देश दिया है कि डॉक्टरों के साथ हिंसा के मामले में, छह घण्टे के भीतर प्राथमिकी दर्ज कराई जानी चाहिए और इसकी जिम्मेदारी संस्थान प्रमुख की होगी।