सरकार ने कहा है कि भारतीय रिजर्व बैंक यह सुनिश्चित कर रहा है कि वह समुचित भंडार बनाए रखने के लिए पर्याप्त सोना खरीदे। लोकसभा में आज प्रश्नकाल के दौरान पूरक प्रश्नों का उत्तर देते हुए, वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने कहा कि अमरीकी डॉलर रिजर्व बैंक द्वारा आरक्षित प्रमुख मुद्रा भंडार रहा है। उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक ने अन्य देशों के विभिन्न मूल्यवर्गों में भी मुद्राएं आरक्षित की हैं।
इससे पहले उन्होंने कहा कि किसी भी गैर-निष्पादित परिसंपत्ति के मामले में गोल्ड लोन की नीलामी के लिए कड़ी प्रक्रियाएं निर्धारित की गई हैं।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने कहा कि गोल्ड लोन के पुनर्भुगतान के लिए गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों और अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों को समान नियमों का पालन किया जाता है।
उन्होंने कहा कि यदि बैंक खाताधारक ऋण चुकाने में सक्षम नहीं हैं, तो उन्हें कई नोटिस दिए जाते हैं। साथ ही उन्हें पहले से सूचित कर दिया जाता है कि भुगतान न कर पाने की स्थिति में, ऋण देने वाली एजेंसी सोने की नीलामी करने के लिए मजबूर होगी।
वित्तमंत्री बताया कि नीलामी की स्थिति में भी स्पष्ट दिशानिर्देश हैं। उन्होंने कहा कि नीलामी, खाताधारकों की अनुपस्थिति या उनके जिले के बाहर नहीं की जा सकती है। वित्तमंत्री ने यह भी बताया कि नीलामी तब तक नहीं की जा सकती, जब तक मूल्यांकन नहीं किया जाता है।