गृहमंत्री अमित शाह ने असम के गुवाहाटी में आज राजभवन की नवनिर्मित ब्रह्मपुत्र शाखा का उदघाटन किया। इसके बाद उन्होंने गोलाघाट में राष्ट्रीय साइबर फोरेंसिक प्रयोगशाला का वर्चुअल माध्यम से उदघाटन किया। उन्होंने सशस्त्र बलों के लिए विभिन्न विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखी और शुभारंभ भी किया। श्री शाह ने कहा कि केन्द्र सरकार देश में आपराधिक न्याय प्रणाली में फोरेंसिक जांच आधारित दृष्टिकोण को प्राथमिकता दे रही है। राष्ट्रीय साइबर फोरेंसिक प्रयोगशाला का उदघाटन करते हुए उन्होंने कहा कि साइबर सुरक्षा और फोरेंसिक विज्ञान देश के नागरिकों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे लोगों और देश की गाढी कमाई की सुरक्षा होगी। यह नई प्रयोगशाला सभी पूर्वोत्तर राज्यों के लिए काम करेगी।
श्री शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार, ब्रिटिश शासनकाल की भारतीय दंड संहिता को समाप्त करके तीन नये कानून लेकर आई। इसका उद्देश्य लोगों को न्याय दिलाना और आपराधिक न्याय प्रणाली को जन केन्द्रित और वैज्ञानिक बनाना है।
श्री शाह आज गुवाहाटी में पंचायत सम्मेलन में शामिल हो सकते हैं। इसमें पंचायतों के लगभग 20 हजार जनप्रतिनिधियों के शामिल होने की संभावना है।
शाम को नई दिल्ली रवाना होने से पहले श्री शाह असम के पहले गैर-कांग्रेसी मुख्यमंत्री गोलाप बोरबोरा के जनशताब्दी से जुडे सालभर चलने वाले समारोहों का शुभारंभ करेंगे।