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सितम्बर 17, 2024 11:21 पूर्वाह्न

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गया तथा पुनपुन का विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेला आज से शुरू, पिंडदान के लिए देशभर से पहुंच रहे श्रद्धालु

गया और पुनपुन का विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेला आज से शुरू हो रहा है। अपने पूर्वजों की मोक्ष प्राप्ति की कामना को लेकर देश-विदेश से श्रद्धालु इन मेलों में पहुंचते हैं। यह मेला दो अक्टूबर तक चलेगा। गया से हमारे संवाददाता ने बताया है कि केन्द्रीय मंत्री जीतन राम मांझी मेले की विधिवत शुरुआत करेंगे। देश-विदेश से आने वाले पिंडदानियों के स्वागत के लिए मोक्षधाम विष्णु नगरी सज-धज कर तैयार है। त्रिपाक्षिक श्राद्ध करने वाले अधिकतर पिंडदानी गयाधाम पहुंच चुके हैं। मेले का औपचारिक उद्घाटन अपराह्न बारह बजकर तीस मिनट पर होगा, जिसमें उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा, पर्यटन मंत्री नीतीश मिश्र और सहकारिता मंत्री डॉ. प्रेम कुमार सहित कई गणमान्य शामिल होंगे। पितृपक्ष मेले को लेकर पिंडदानियों के लिए विष्णुपद प्रांगण में जिला प्रशासन द्वारा विशाल पंडाल बनाया गया है। देश-विदेश से आने वाले तीर्थ यात्रियों को धूप और बरसात से बचाव को लेकर ब्रह्मसत, देवघाट, प्रेत शिला सहित कई अन्य वेदी स्थलों पर भी पंडाल बनाए गए हैं। जिला प्रशासन स्तर पर तीर्थ यात्रियों को बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए हर संभव कोशिश की जा रही है। गांधी मैदान में टेंट सिटी भी बनकर तैयार है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मेला परिसर में स्वास्थ्य शिविर बनाए गए हैं। साथ ही घाटों, वेदियों और पिंडदान स्थलों पर पूजा सामग्रियों के निरंतर उठाव के लिए विशेष टीमों का गठन किया गया है। इस बार गंगा जलापूर्ति योजना के अंतर्गत श्रद्धालुओं के लिए के लिए गंगाजल की विशेष व्यवस्था की गई है। इधर, पंडा समाज के अनुसार इस वर्ष पितृ पक्ष मेले में देश-विदेश से करीब पंद्रह लाख तीर्थ यात्रियों की पहुंचने की संभावना है। आकाशवाणी समाचार के लिए गया से धर्मवीर भारती।

 

इधर, पटना स्थित पुनपुन में भी आज से अंतरराष्ट्रीय पितृपक्ष मेले की शुरुआत हो रही है। इस मेले में देश-विदेश से हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं और तीर्थ यात्रियों के पहुंचने की संभावना है। गया में पिंडदान से पहले श्रद्धालु पुनपुन नदी किनारे अपने पितरों की आत्मा की शांति के लिए पिंडदान और तर्पण करते हैं। जिला प्रशासन की ओर से श्रद्धालुओं के आवासन और पिंडदान के लिए विशेष व्यवस्था की गई है।

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